जीवन में असंभव कुछ भी नहीं होता-गौतम बुद्ध | A Best Motivational Ancient Hindu Story On Never Give Up

इस प्राचीन हिंदू कहानी में एक गुरु (ऋषि) अपने छात्रों (शिष्यों) को जीवन के कुछ महत्वपूर्ण पाठ सिखाता है। इस कहानी में आप आत्म-सुधार और आत्म-साक्षात्कार के बारे में कुछ महत्वपूर्ण पाठ पढ़ेंगे। आत्म अनुशासन और आत्म जागरूकता द्वारा आत्म सुधार पर यह सबसे अच्छी हानी है। मुझे आशा है कि आपको आत्म सुधार पर यह प्रेरक प्राचीन हिंदू कहानी पसंद आएगी।

जीवन में असंभव कुछ भी नहीं होता

पुराने गुरुकुल में एक सुबह एक गुरु अपने शिष्यों को प्रवचन दे रहे थे। वो शिष्यों से कह रहे थे कि जब कभी भी आप शांत मन से बैठकर सोचेंगे तो आप यह महसूस करेंगे कि ये ब्रह्मांड, ये प्रकृति ये सबको समान रूप से अवसर देते हैं या हर एक के लिए अपार सम्भावनाएं हैं। अथाह भंडार है, जो जितना चाहे ले सकता है, लेकिन साथ ही साथ आप यह भी महसूस करेंगे कि हमें लेना नहीं आता। हमें हासिल करना नहीं आता, क्योंकि किसी भी चीज़ को हासिल करने का एक तरीका होता है। एक विधि होती है, और कुछ ऐसे सूक्ष्म रहस्य है।

जिनका अभ्यास करना ही उस सफलता का आधार होता है, उस सफलता को पाने का सही तरीका होता है। कौन है ऐसा जो सफल नहीं होना चाहता? कौन है ऐसा जो खुश नहीं रहना चाहता? मगर फिर वो ऐसी कौन सी चीज़ है जो हमें ये सब पानी से रोकती है? वो है हमारे खुद के नकारात्मक विचार. वो है हमारी खुद से होने वाली नकारात्मक बातचीत और हमारा मन. खुद ही ऐसे विचार पैदा करता रहता है जो हमारे आत्मविश्वास को कमजोर बना देता है और हमें विश्वास दिला देता है कि हम उस सफलता के लायक नहीं और यही वह सूक्ष्म रहस्य है।

अपने मन में चल रहे विचारों को एक सही दिशा देना, उन्हें नकारात्मक से सकारात्मक की ओर मोडना, खुद से की जाने वाली मानसिक बातचीत को सही करना और खुद पर विश्वास करना। गुरु ने आगे कहा, क्या आपके अंदर कुछ ऐसा है जो आपको मुश्किल से मुश्किल वक्त में भी हार नहीं मानी देता? लोग जब उदास और परेशान होते हैं तो अक्सर वो सब कर बैठते हैं जो उन्हें नहीं करना चाहिए। नकारात्मक भावनाओं की वजह से कई बार हमारे अंदर की बुराइ बाहर आ जाती है और हम गलत कदम उठा लेते हैं। गुरु ये सब बोल ही रहे थे कि तभी एक से खडा होता है।

और गुरु से प्रश्न करता है गुरुदेव, क्या आप हमें बता सकते हैं कि हमें अपने अंदर की बुराई और नकारात्मकता का सामना कैसे करना है और जिंदगी को सकारात्मक विचारों के साथ कैसे जीना है? गुरु ने मुस्कुराते हुए कहा, खुश रहना उतना भी मुश्किल नहीं है जितना आप सोचते हैं। बस हमें हर सुबह और शाम अपने विचारों को सही दिशा देना है। हर नया सवेरा एक उम्मीद लेकर आता है क्योंकि हर नए दिन के साथ नए सपने, नई उम्मीदें और नए मौके मिलते हैं। इसीलिए अपनी हर दिन का दिल से स्वागत करो।

कौन जाने कल क्या होगा? क्योंकि आने वाला समय तो किसी ने नहीं देखा है ना? अक्सर हम सभी सोचते है की हमारे सामने एक लंबी जिंदगी पडी है। ये बात सच है लेकिन यह भी एक सच है कि जिंदगी का कोई भरोसा नहीं कब क्या हो जाए, कहना बडा मुश्किल है। इसीलिए हर दिन को अपना एक नया जन्म समझकर जीना शुरू करो, क्योंकि इस सोच के साथ जीवन जीने से आप कभी दोबारा उदास महसूस नहीं करेंगे, बल्कि आप खुद से और अपने करीबी लोगों से और भी ज्यादा प्रेम करने लगेंगे और फिर जो भी करेंगे पूरे जोश और उत्साह के साथ करेंगे।

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आपका हर दिन हँसी और खुशी के साथ बीतेगा। गुरु ने आगे कहा, अगर आप सफलता चाहते हैं तो आपको कुछ समझौते भी करने पडेंगे। जीवन का यही नियम है। अपनी आराम की स्थिति में रहते हुए आप कभी कुछ बडा हासिल नहीं कर सकते। जीवन में बदलाव लाकर ही आप उसे एक नई दिशा दे सकते है। इसीलिए हर बदलाव का खुले मन से खुले दिल से स्वागत करो। जो लोग समय के साथ बदलना सीख जाते है, सफलता भी उन्हीं को मिलती है। अगर आपको लगता है कि आपकी जिंदगी में बहुत मुश्किलें हैं और आप परेशान हो चूके हैं तो आपको मुश्किलों का सामना करने के प्रति अपने नज़रिए को बदलना होगा। अपने सोचने के तरीके को भी बदलना होगा।

चाहे कोई सा भी बदलाव आए और वहीं कितना ही मुश्किल क्यों न लगें आप बस उसका सामना कीजिये। आपको शायद नहीं पता पर आप अपनी सोच से कहीं ज्यादा मजबूत है और आपकी जिंदगी में जितनी मुश्किलें आएंगी आप उतने ही मजबूत होते चले जाएंगे, क्योंकि हर मुश्किल एक नया अनुभव एक नया सबक देकर जाती है और फिर आपको सफल होने से कोई नहीं रोक पाएगा और आपकी जिंदगी खुशियों और कामयाबियों से भर जाएगी। बुरे काम करके ये मत सोचो कि अब आपके साथ कुछ अच्छा होगा। अगर जिंदगी में सब कुछ अच्छा चाहिए तो फिर अच्छा ही सोचना होगा और अच्छा ही करना होगा।

तभी आप पर इस ब्रह्मांड की मेहरबानी होगी इसीलिए अपनी सोच और अपने कर्म पर सही नियंत्रण रखो। हम दुनिया को किस नजर से देखते हैं, यह काफी हद तक हमारी अपनी सोच पर निर्भर करता है। एक नकारात्मक मानसिकता वाले व्यक्ति को दुनिया में सिर्फ बुरा ही बुरा ही दिखती है, जबकि सकारात्मक सोच हमें जीवन के उन चीजों की अहमियत करवाती है जो अभी हमारे पास है और उस ब्रह्मांडीय शक्ति की कृपा से हमें मिली है। गुरु ने आगे कहा, अपने मन को शांत रखना सीखो। दिनभर की भागदौड के बीच खुद को शांत रखने का कोई तो तरीका सीखो.

एक शांत मन के साथ हमें अपने अंतर आत्मा में झांकने का मौका मिलता है और हम खुद से ही सवाल जवाब करते हैं जैसे कि मैं कौन हूँ? मेरे जीवन का उद्देश्य क्या है? क्या मैं एक अच्छा इंसान हूँ? क्या मैं एक अच्छा पिता या पति हूँ या क्या मैं एक अच्छा बच्चा हूँ? आप जितनी गहराई से अपनी अंदर झांकेंगे उतना ही ज्यादा खुद को जाएंगे। आप अपने आसपास की चीजों को समझने लगेंगे। लोगों का स्वभाव और उनका समझने लगेंगे। फिर आप चीजों और लोगों को लेकर बात बात पर परेशान और उदास होना छोड देंगे।

आपको यह एहसास होने लगेगा की आपके किसी भी काम का क्या असर पडेगा। किसी भी काम से अगर आपको दुख पहुंचे तो उस काम को मत कीजिए और जो चीज़ खुशी दे उसे जरूर कीजिए। फिर देखिए आपकी जिंदगी में कैसा ठहराव आता है। हमें जिंदगी एक बार ही मिलती है तो क्यों न इसे भरपूर तरीके से जी ये जो दिल करे वो करो खुद को बंदरों में मत बांधो लेकिन हाँ इस बात का भी ध्यान रखो कि वो मनमानी ना हों, बुद्धिमानी हो और आपके भीतर की आवाज हो।

इसीलिए कुछ भी करने से पहले अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनो। आपके दिल की चाहत कुछ भी हो सकती है, जैसे कोई नया व्यापार शुरू करना, किसी नए शहर में जाकर अपनी किस्मत आजमाना या फिर कुछ महत्वपूर्ण हासिल करना। जो भी आपके दिल में है उसे पाने के लिए कम से कम एक बार अपना संपूर्ण प्रयास जरूर करो। ये मत सोचो कि इसका परिणाम क्या होगा? जो मन में है बस उसे कर डालो। अक्सर हम उधेडबुन में फंस जाते हैं।

क्योंकि हमारा दिल कुछ कहता है और दिमाग कुछ और। लेकिन प्रयास करने पर ज्यादा से ज्यादा आपके साथ क्या हो सकता है? यही ना की आपको सफलता नहीं मिलेगी। गुरु ने आगे कहा, लेकिन कम से कम आपको इस बात का पछतावा तो नहीं रहेगा कि आपने कोशिश नहीं की? कुछ ना करने से तो बेहतर है कि हम उस काम को करके उसमें असफल हो जाएं। गुरु ने आगे कहा, आपकी अंतरात्मा आपकी भलाई चाहती है। इसकी आवाज को कभी भी नज़रअन्दाज़ मत करो, क्योंकि अंदर से आने वाली आवाज ही हमें सफलता के रास्ते पर ले जाती है। जब भी आप कुछ गलत सोचते हैं

या करते हैं तो सबसे पहले अंदर की आवाज़ ही आपको टोकती हैं, गलत करने से रोकती है। कभी सोचा है ऐसा क्यों? क्योंकि यह हमेशा हमारा भला चाहती है। यही तो ऊपर वाले का दिया हुआ सबसे अनमोल उपहार है हमारे पास जिसे हम समझ या बुद्धिमत्ता कहते हैं। अगर जिंदगी की खूबसूरती को समझना है तो अपने अंदर झांक कर देखो, ये देखो कि तुम्हारे पास क्या क्या है और तुमने अपने जीवन में कितना कुछ हासिल किया है। जिंदगी की सुंदरता को आप केवल तभी महसूस कर पाएंगे जब आप धन्यवाद के भाव से भरे रहेंगे बजाय यह सोचकर दुखी होने के की हमारे पास क्या नहीं है।

यह सोचकर खुश रहो कि हमारे पास कितना कुछ है और इसी संतोष की भावना और शांत मन के साथ अपना प्रयास जारी रखो। इतना कहने के बाद गुरु कुछ देर के लिए मौन रहें और फिर कहना शुरू किया। क्या आप जानते हैं शब्द तलवार से ज्यादा ताकतवर होते हैं? इसीलिए शब्दों का उपयोग सोच समझकर करना होता है। ऐसी बात करने से बचो जो किसी दूसरे को बुरी लगे। साफ और स्पष्ट राय रखना अच्छी बात है, लेकिन किसी को ऐसी बात मत बोलो जो उसे अंदर तक चुप जाए। सच भी तो सभ्यता के साथ कहा जा सकता है ना? अगर आप क्रोध में है तब भी किसी को उल्टा सीधा कहने से बचो।

नहीं ऐसा ना हो कि आपको बाद में पछताना पडे। बात करते समय अपनी आवाज में नरमी रखो, जहाँ तक हो सके साफ बात कहो लेकिन प्रेम से कहो एक अच्छा इंसान बनने के लिए आपको सिर्फ इतना ही करना है। हाँ, लेकिन इन आदतों को अपने स्वभाव का हिस्सा बनाने में समय लगता है क्योंकि इनका अभ्यास करना पडता है। खुद से पूछिए कि क्या आप एक अच्छे इंसान हैं और आपको क्यों लगता है की आप अच्छे हैं? आपके अंदर ऐसी कौनसी खास बात है? आप दूसरों से किस तरह से पेश आते हैं? ये सवाल आपको अपनी कमियां जानने में मदद करेंगे। शुरुआत में हो सकता है खुद से ऐसे सवाल जवाब करना

आपको अजीब लगे लेकिन खुद से ऐसे सवाल करते रहिए और खुद को विनम्र। वो अंदर से शांत रखने का प्रयास करेंगे। अगर एक इंसान के रूप में आपको अपने अंदर सुधार लाना है तो अपनी कमियों को पहचान कर उन्हें दूर करना ही होगा। गुरु ने आगे कहा, दुनिया में प्रेम से बढ़कर कुछ भी नहीं है। प्रेम आप को आबाद भी कर सकता है और ये आपको बर्बाद भी कर सकता है। हालांकि प्रेम को ना समझना ही बर्बाद करेगा क्योंकि प्रेम तो बडी पवित्र चीज़ है, प्रेम ही ईश्वर है ऐसा कहा जाता है। अपना नियम बना लो कि आपके अंदर सब के लिए प्रेम और करुणा हो जिससे दिल में प्रेम होता है, वहीं दिल आबाद होता है।

जितना प्यार आप बाटेंगे, उतना ही आपके पास लौट कर आएगा। जिसके दिल में प्रेम और करुणा है, वह कभी किसी के साथ बुरा कर ही नहीं सकता। उसके अंदर दूसरों के प्रति बुरी और नकारात्मक भावनाए आ ही नहीं सकती। असल में प्रेम के अंदर वो ताकत है जो हमें गलत काम करने से रोकती है। गलत काम करके इंसान कभी चैन से नहीं रह सकता। उसके अंदर हमेशा एक डर और पश्चाताप रहता है। गलत काम करना छोड दो, फिर देखो आपको इतनी बेहिसाब खुशी और संतुष्टि मिलेगी कि आपकी पूरी जिंदगी चैन से गुजरेगी। जो लोग स्वार्थी और धोखेबाज होते है खुशिया उनसे दूर भागती है।

वो चाहे कितना ही खुश रहने का दिखावा कर लें लेकिन अंदर से वो हमेशा दुखी ही रहते है। गंदे काम और गंदे विचार हमें कभी खुश नहीं रहने देते और जहाँ खुशी है वहीं प्रेम है। इतना कहने के बाद गुरु ने अपना प्रवचन समाप्त किया और फिर सभी से अपने अपने दैनिक कार्यों में लग गए दोस्तों, इस तरह के विचार अपने दिमाग को देने से और विचारों को सकारात्मक रखने से निश्चित रूप से जिंदगी बदलेगी। तो आइये आप जल्दी से समराइज कर लेते है कि हमने इस वीडियो में क्या क्या सीखा? इस वीडियो में आपने खुद से की जाने वाली सकारात्मक बातचीत की ताकत के बारे में जाना

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और ये भी जाना की खुद की काबिलियत पर संदेह करना हमें नीचे खींचता है। खुद को हमेशा अपनी खूबियों और अच्छाइयों के बारे में याद दिलाते रहो क्योंकि इससे हमारा आत्मविश्वास बढ़ता है। इस वीडियो में आप ने ये भी सीखा कि हमें अपने अंतर्मन की आवाज भी सुननी चाहिए। हमें अपनी कमियां, अपनी खूबियाँ और अपने लक्ष्य स्पष्ट रूप से पता होने चाहिए। हमेशा सकारात्मक सोच रखी है और यह याद रखिये कि अगर हम ठान लें तो जीवन में कुछ भी असंभव नहीं। आपने इस वीडियो में अच्छाई की और एक अच्छा इंसान बनने की अहमियत के बारे में भी जाना। असल में अच्छा होना सफल होने से भी ज्यादा जरूरी है।

दुनिया में पहले से ही काफी बुराइयां हैं और हमारे अंदर की बुराई हमें मानसिक और शारीरिक दोनों तरफ से कमजोर बनाती है। इसलिए जितना हो सके अपने मन और विचार दोनों पवित्र रखो, अच्छा सोचो, अच्छा करो और अपने अंदर की बुराइ को सिर मत उठाने दो। ये सब करना हमारे ऊपर ही तो है। जहा भी जाओ लोगों का भला करने का प्रयास करो क्योंकि इससे जो खुशी मिलती है वो कभी फीकी नहीं पडती। इस दुनिया में अच्छे लोगों की बेहद कमी है इसलिए जितना हो सके अच्छा सोचो और अच्छा करो। तो फिर देर किस बात की है? आज और अभी से अपने सपने पूरे करने में जुट जाओ।

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