ये 5 चीजें शरीर को ताकत और ऊर्जा से भर देंगी| Buddhist Story Foods For Energy & Strength

Buddha life story in hindi: दोस्तों आज कल सभी व्यक्ति अपने शरीर में बल और ऊर्जा बढाने के लिए विभिन्न तरह की दवाइयों का प्रयोग करते हैं, एक्सरसाइज करते हैं, जिम करते हैं लेकिन उसके बाद भी उनके शरीर में वो बल वो उर्जा नहीं बढ पाती है जो वो बढाना चाहते हैं। दोस्तों, आज की इस वीडियो में हम आपको महान गुरु द्वारा बताई गई ऐसी पांच चीजों के बारे में बताएंगे जिसका यदि आप प्रयोग करते हैं तो १० से १५ दिन के अंदर ही आपके शरीर में ऊर्जा का संचार होगा।

आपका शरीर बलशाली होगा, आप जिम जाकर भी ऐसा नहीं बना पाएंगे जैसा शरीर इन चीजों को लेने से आपका बन जाएगा। और इन चीजों का प्रयोग हमारे जीतने भी रिसि मुनि थे, राजा थे, महाराजा थे। सभी लोग इनका प्रयोग किया करते थे तभी तो वो ८० साल की उम्र में भी हमेशा ऊर्जा से भरपूर रहते थे। उनका शरीर इतना बलशाली रहता था, इतनी वृद्धावस्था में भी वो युद्ध करने के लिए सक्षम रहते थे।

तो आइए जानते हैं वो कौन कौन सी ऐसी चीजें हैं जिनका प्रयोग कर हम अपना वजन बढा सकते हैं। हम अपने शरीर को शक्तिशाली बना सकते हैं और इन चीजों का प्रयोग करने के बाद आप ऊर्जा से भर जाएंगे।

एक बार की बात है एक गुरु जो आयुर्वेद के सबसे बडे ज्ञाता थे, उनके पास एक युवक आता है और कहता है कि गुरुवार मैंने आपके बारे में बहुत सुना है। कृपया कर आप मेरी समस्याओं का समाधान निकालें। ये सुन गुरूजी मुस्कुराने लगते हैं और कहते है की बेटा बताओ क्या समस्या है तुम्हारी?

अब युवक कहता है कि गुरुवर मैं हमेशा थका थका महसूस करता हूँ। मुझे हमेशा ऐसा लगता है मानो मेरे शरीर में ऊर्जा है ही नहीं। अभी मैं बस २५ साल का हुआ हूँ और मेरे चेहरे पर अभी से ही झुर्रियां पडने लगी है। मेरा दिमाग किसी भी कार्य में लगता ही नहीं। मैं दिन भर हमेशा आलस्य से भरा रहता हूँ। आधे से ज्यादा समय मैं बीमार रहता हूँ। मेरे शरीर में बहुत सारी बीमारियों ने घर बना लिया है

इसलिए आप मुझे कुछ ऐसा उपाय बताये जिससे मेरे ज्यादा पैसे भी खर्च ना हो और मैं ऊर्जा से भरपूर रहा हूँ। मुझे कभी कोई बीमारी पकड तक ना पाए। मेरा शरीर शक्तिशाली बन जाए और दिमाग अच्छे से कार्य करें। युवक की पूरी बात सुनने के बाद गुरुदेव कहते है की बेटा आज मैं तुम्हें ऐसी पांच चीजे बताऊँगा जो आसानी से तुम्हें तुम्हारे घर पर ही उपलब्ध हो जाएगी।

इसका नियमित रूप से उपयोग करने से ना केवल तुम बीमार पडने से बचोगे बल्कि उनका प्रयोग करने से तुम्हें कभी भी थका थका महसूस भी नहीं होगा। तुम पूरे दिन ऊर्जा से भरे रहोगे, लेकिन इसके लिए सबसे पहले आपको अपने शरीर के बारे में समझना होगा। हमारे शरीर का प्रत्येक अंग चाहे आपकी त्वचा हो, आपके बाल हो या आपके शरीर का कोई भी अंग क्यों ना हो, वह प्रोटीन से बना होता है।

gautam buddha life story in hindi

गौतम बुद्ध की कहानी: इंसान की बर्बादी के 4 कारण

इसे भी पढ़े: चुप रहने के फायदे

आपकी मांसपेशियां प्रोटीन से बनी होती है। जब आपके शरीर में प्रोटीन की कमी होती है तो आपके शरीर के प्रत्येक अंग पर उसका प्रभाव पडता है। इसलिए आपको पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन जरूर लेना चाहिए। लेकिन जब व्यक्ति को यह पता ही नहीं होता कि प्रोटीन किन किन औषधि से बनता है तो वो इससे वंचित रह जाता है। प्रोटीन हमारे शरीर में मांसपेशियों को रिपेयरिंग का काम करता है और इससे शरीर का विकास भी हो पाता है।

अब मैं जो आपको बताऊँगा उसे ध्यान से सुनना ये जो हमारी धरती माता है। ये बहुत ही कम पैसे में ऐसी चीजें उपलब्ध कराती हैं जिन्हें गरीब से गरीब व्यक्ति भी उपयोग कर सकता है। फिर गुरु आगे बताते हुए कहते हैं कि हमारे शरीर में प्रोटीन का विकास दो तरह से होता है, जिन्हें अमीनो एसिड कहा जाता है। ये अमीनो एसिड जब जुडते हैं तो एक ऐसी श्रृंखला बनती है और इसके जुडने से प्रोटीन का निर्माण होता है और ये जो अमीनो एसिड होते हैं

ये दो तरह के होते हैं जिनमें पहले वो होते हैं जिन्हें आपका शरीर अपने आप ही बना लेता है और दूसरे वो होते हैं जिन्हें आप को बाहर से आहार से प्राप्त करना होता है। इसलिए जो आप आहार लेते हैं, उसमें अमीनो एसिड नहीं होता तो आपके शरीर विभिन्न प्रकार की बीमारियों से और भिन्न भिन्न प्रकार के तत्वों की कमी से बीमार पड जाते हैं जिसका असर आपके शरीर पर पडता है। आपका शरीर कमजोर हो जाता है।

आपको थकान महसूस होती है, आलस्य आता है, हड्डियों की मजबूती कम हो जाती है, मांसपेशियां ढीली पड जाती है, बाल सफेद हो जाते हैं, चेहरे की चमक खत्म हो जाती है, आँखों की रौशनी भी धीरे धीरे कम हो जाती है, शरीर की ऊर्जा चली जाती है। इसलिए इन सब को संतुलन में रखने के लिए अब यह जो चीज़ हम आपको बता रहे है उसका आपको नियमित रूप से प्रयोग करना चाहिए। फिर

पहली चीज़: गुरु युवक को पहली चीज़ बताते हुए कहते हैं कि पहली चीज़ है पनीर आप चाहे कितना भी आहार खा लो, आपको वह प्रोटीन नहीं मिलेगा जो आपको पनीर खाने से मिलता है। मार्केट में पनीर को पोषक तत्वों का खजाना बताया गया है। पनीर आपको सामान्य से लेकर गंभीर शारीरिक समस्याओं तक से बचाता है। इसमें मौजूद होते हैं कैल्शियम, प्रोटीन, फॉस्फोरस, फोलेट इत्यादि। न्यूट्रिएंट्स प्रेग्नेंट औरतों और बच्चों के हेल्थ के लिए बेहतर होते है। इसमें मौजूद विटामिन डी और कैल्शियम

आपको कैंसर के खतरे से बचाते है। इसमें मौजूद कैल्शियम और फॉस्फोरस आपकी हड्डियों को मजबूत बनाते हैं और आपको अन्य तरह की कई बीमारियों से बचाते हैं। इसमें पाया जाने वाला सेलेनियम नामक एंटीऑक्सीडेंट लंबे समय तक आपको जवान रखता है। स्वस्थ रखता है जिससे आप जल्दी से वृद्ध दिखाई नहीं देते। पनीर में मौजूद प्रोटीन शरीर को सिर्फ ना केवल ऊर्जा देता है बल्कि मांसपेशियों के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण होता है। ये आपकी मांसपेशियों को मजबूत बनाता है। साथ ही

प्रोटीन वजन को संतुलित रखने में भी सहायक होता है। इसलिए आपको लगभग सौ ग्राम पनीर का सेवन जरूर करना चाहिए। लगभग सौ गुना और पनीर से आपको २० ग्राम प्रोटीन मिल जाता है। साथ ही साथ आप पनीर का प्रयोग कच्चा भी कर सकते हैं या फिर गाय के घी में पकाकर भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं या फिर इसे सब्जी में डालकर भी प्रयोग कर सकते हैं। यह आपके लिए बहुत उपयोगी होगा। फिर गुरु शिष्य को कहते हैं की बेटा

आप घर पर भी पनीर को बना सकते हैं। आप दो किलो दूध में कई सारा पनीर बना सकते हैं। पनीर बनाना बहुत ही आसान है। इसके लिए आपको बर्तन में थोडा सा दूध लेना है। इसे थोडा सा गर्म कर लेना है। फिर इसमें नींबू की कुछ बूंदें डाल दीजिये। थोडी देर बाद हल्की आंच पर इसे पकाना है। जब वो दूध फट जाए तो इसे किसी सूती के पतले कपडे द्वारा छान लेना है जिससे उसका सारा पानी निकल जाएगा और आपको पनीर उपलब्ध हो जाएगा। अगर आप घर पर ही पनीर बना करके उसका प्रयोग करेंगे तो ये आपके लिए बहुत ही फायदेमंद होगा क्योंकि घर पर बनाया गया पनीर एकदम ताजा होता है। उसमें किसी भी तरह की कोई मिलावट नहीं होती जो कि आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत ही अच्छा होता है।

दूसरी चीज़: गुरु दूसरी चीज़ बताते हुए कहते हैं सोयाबीन: सोयाबीन में प्रचुर मात्रा में प्रोटीन होता है। इसमें कई तरह के जरूरी अमीनो एसिड पाए जाते हैं जो कि मांसपेशियों और हड्डियों को स्वस्थ रखने के लिए मदद करते हैं। सोयाबीन को फाइबर का बेहतरीन स्रोत माना जाता है। इसके एक कप सोयाबीन में १० ग्राम तक फाइबर पाया जाता है, जो कि सेहत के लिए काफी लाभदायक होता है। जो लोग शाकाहारी होते हैं उनके लिए सोयाबीन वरदान है क्योंकि जो लोग मांस का प्रयोग करते हैं उनको भी इतना प्रोटीन प्राप्त नहीं होता जितना कि शाकाहारी लोगों को सोयाबीन से मिल जाता है। सोयाबीन में आइरन भी पाया जाता है।

जिससे शरीर में खून की कमी नहीं होती है। सोयाबीन फैट्स का बहुत ही बेहतरीन स्रोत है। इसमें जरूरी ओमेगा सिक्स और ओमेगा थ्री वसा भी पाया जाता है। ये दिल के लिए भी बहुत लाभदायक होता है और बहुत सारी बीमारियों की होने की समस्याओं को कम करता है। शरीर की दुर्बलता, बालो और स्किन की समस्याओं को दूर करने के लिए सोयाबीन को काफी कारगर माना जाता है। ये ऐसा सुपर फूड है जिसके सेवन से बॉडी बिल्ड होती है।

सोयाबीन शरीर में नई कोशिकाओं को बनाता है और उसके साथ ही शरीर में पुरानी कोशिकाओं की मरम्मत भी करता है। सोयाबीन की मदद से शरीर में कुछ ऐसे हार्मोन निकलते हैं जो मानसिक संतुलन को बनाए रखने में लाभदायक होते हैं। सोयाबीन के सेवन से हड्डियों की मजबूती ज्यादा होती है और ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल में रहता है। सोयाबीन का प्रयोग आपको सौ ग्राम ही करना चाहिए चाहिए। सौ ग्राम सोयाबीन में आपको ३६ ग्राम तक प्रोटीन मिल जाता है।

आपको सोयाबीन को कुछ देर पानी में भिगोकर रख देना है। पानी में भिगोने की वजह से ये नर हो जाता है। इसके बाद आप इसका सेवन कर सकते हैं। आप चाहें तो इसे कच्चा भी खा सकते हैं या फिर सब्जी बनाकर भी इसका प्रयोग कर सकते हैं।

तीसरी चीज़: फिर गुरूजी शिष्य को तीसरी चीज़ बताते हुए कहते हैं, अंकुरित दाल का प्रयोग आप जरूर करें। दाल में हरे मूंग की दाल, मूंग की छिलके वाली दाल और चने की दाल का भी सेवन करना है। ये तीनों ही प्रोटीन के प्रमुख स्रोत हैं। इन अंकुरित दालों में आपको अच्छी मात्रा में फाइबर भी मिलता है। जब आपके शरीर में फाइबर अच्छी मात्रा में जाता है तो ये आपके पाचन के लिए बहुत ही अच्छा होता है। जिन लोगों को कब्ज की समस्या होती है वो निश्चित रूप से अंकुरित दाल का ही प्रयोग करें, जिससे उनकी कब्ज की समस्या जो है वो बिल्कुल खत्म हो जाएगी और आपकी आंतें साफ होना शुरू हो जाएंगी।

शरीर में जमी सारी गंदगी साफ हो जाएगी जिससे आपका पाचन सही तरह से काम करेगा। फिर गुरुदेव कहते हैं कि जो वस्तु प्रकृति के सबसे निकट होती है वो आपकी प्राणशक्ति को उतना ही ज्यादा बढाती है और अंकुरित दालों में जीवन है जो आपके प्राण शक्ति को बढाती है, ऊर्जा को बढाती है, आपको तरोताजा रखती है। इन तीनों दालों का प्रयोग इस तरह से करना है कि

पहले इन तीन दालों को पानी में भिगो देना है। लगभग ३ घंटे पानी में भिगोने के बाद उन्हें निकाल लेना है और उन्हें फिर किसी सूती कपडे में बांध कर रख देना है और फिर उसी सूती कपडे पर पानी डालकर उसे १२ घंटे के लिए रख देना है। १२ घंटे के दौरान जब ६ घंटे पूरे हो जाएं तब आपको एक बार फिर उस पर पानी डाल देना है जिससे उस पर पानी बना रहे। उसके १२ घंटे के बाद अब आप देखेंगे कि मूंग और चने की दाल अंकुरित हो जाएगी। इसके बाद आप चाहें तो इसे कच्चा खा सकते हैं या फिर थोडा सा नींबू, थोडा सा टमाटर, खीरा इत्यादि मिलाकर इसका सलाद बनाकर भी आप खा सकते हैं।

चौथी चीज़: फिर गुरूजी चौथी चीज़ बताते हुए कहते हैं कि आप भुना हुआ चना इत्यादि का सेवन भी कर सकते हैं क्योंकि इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन होता है। इसका दो तरह से प्रयोग कर सकते हैं। एक तरीका तो यह है कि आप चने का सेवन ऐसे ही कर लें और दूसरा तरीका यह है कि आप इसे मोटा पिसवाकर फिर इसे पानी में मिलाकर और थोडी सी खांड डालकर आप इसे पी सकते हैं। इससे आपके शरीर को ऊर्जा मिलती है। सौ ग्राम की मात्रा में चने लेने से आपको १८ ग्राम तक प्रोटीन मिलता है।

भुना हुआ चना आपके दिमाग के फंक्शन के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। इससे आपका दिमाग बहुत ही अच्छी तरीके से कार्य करता है जिससे आपको निर्णय लेने में कोई परेशानी नहीं आती। इसके साथ ही ये आपके बालों के लिए भी बहुत अच्छा है। आपकी स्किन के लिए भी बहुत उपयोगी है। भुने हुए चने में मैंगनीज, फोलेट, फास्फोरस और तांबे का भी एक अच्छा स्रोत होता है, जो हमारे हृदय को सवस्थ रखने के लिए लाभकारी होता है और इसमें मौजूद

फास्फोरस विशेष रूप से हमारे शरीर के लिए बहुत बढिया होता है और यही वजह है कि इसके नियमित सेवन से खून में जमे गंदे कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद मिलती है। ध्यान रहे इन गंदे पदार्थ की वजह से नसों में ब्लॉकेज हो जाती है जिससे आपको दिल के कई सारे रोग, अर्थराइटिस, हार्ट अटैक इत्यादि हो जाते हैं। भुना हुआ चना खाने से इम्युनिटी स्ट्रॉन्ग रहती है क्योंकि इसमें एंटीऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं जो शरीर की इम्युनिटी को बूस्ट करने में मदद करते हैं।

खासतौर पर ठंड के समय में इम्युनिटी को मजबूत रखना बहुत जरूरी होता है। भुना हुआ चना खाने से वजन कम भी होता है क्योंकि इसमें फाइबर की मात्रा बहुत ज्यादा होती है जिससे शरीर की पाचन क्रिया ठीक रहती है। इसके अलावा शरीर में एनर्जी बनी ही रहती है जिससे आपको बार बार भूख नहीं लगती।

पांचवीं चीज़: इसके बाद गुरुदेव पांचवीं चीज़ बताते हुए कहते हैं कि मूंगफली का सेवन करें। अभी के समय में यानी की ठंडी के समय में मूंगफली बहुत मिलती है। मूंगफली में बहुत ज्यादा पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो हमारे शरीर के लिए बेहद जरूरी है। इसमें आयरन, कैल्शियम, विटामिन, जिंक, फास्फोरस इत्यादि पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं। इसका सेवन करने से आप कई सारी बीमारियों से बच सकते हैं। मूंगफली में मोनोसैचुरेटेड फैट्स पाए जाते हैं। ये बैड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है

और गुड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढाता है। अगर आप नियमित रूप से मूंगफली का सेवन करते हैं तो आपको दिल की बिमारी कभी नहीं होगी। मूंगफली सर्दी जुकाम से आपको राहत दिलाती है। यह शरीर को अंदर से गर्म रखती है। इसके रोजाना सेवन से फेफडों को मजबूती मिलती है। इस मौसम में यदि हम सर्दी, खांसी, जुकाम से बचना चाहते हैं तो हमें नियमित रूप से इसका सेवन करना चाहिए।

मूंगफली में फाइबर और प्रोटीन भरपूर मात्रा में होता है। ये को कम करने में मदद करता है। इससे वजन कम करने में सहायता मिलती है। मूंगफली में मैंगनीज, कैल्शियम, कार्बोहाइड्रेट प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। इसके सेवन से ब्लड शुगर का स्तर कंट्रोल में रहता है। अगर आपको डायबिटीज़ की समस्या है तो मूंगफली का सेवन आपको जरूर करना चाहिए। मूंगफली खाने से कई तरह के कैंसर से बचा जा सकता है। मूंगफली में मौजूद

फैटी एसिड त्वचा रोगों से बचाने में भी फायदा करते हैं। इसमें फाइबर भी होता है जो शरीर के विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में सहायक होता है जिससे आपकी त्वचा हेल्दी बनी रहती है। आपको नियमित रूप से एक मुट्ठी मूंगफली का ही प्रयोग करना है। ज्यादा मात्रा में आपको इसका प्रयोग नहीं करना है। फिर गुरूजी उस युवक से कहते हैं कि बेटा मेरे बताए गए नियमों का यदि आप नियमित रूप से प्रयोग करेंगे सेवन करेंगे। देखना तुम्हारी सारी बीमारियाँ दूर हो जाएंगी और तुम बहुत अच्छा अनुभव करोगे। अब उस युवक ने गुरुदेव को धन्यवाद दिया और वहां से चला गया।

तो दोस्तों उम्मीद करता हूं आपको इस कहानी से जरूर बहुत कुछ सीखने को मिला होगा। यह कहानी आपको कैसी लगी हमें कमेंट बॉक्स में कमेंट करके जरूर बताएं और साथ ही इस कहानी को अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करे ताकि उन्हें भी इस कहानी से कुछ सिखने को मिल सके। धन्यवाद…

आपको यह पोस्ट केसी लगी?
+1
18
+1
9
+1
0

अपना सवाल/सुझाव यहाँ बताये