श्री राम के बारे में जानकारी हिंदी में
श्रीराम जिसे हम मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के नाम से भी जानते हैं श्रीराम का जन्म अयोध्या में सूर्यवंशी राजा दशरथ और देवी कौशल्या के घर में हुआ था श्रीराम के तीन भाई थे जिनका नाम भरत, लक्ष्मण और शत्रुघ्न था इन भाईयों में श्रीराम सबसे बड़े थे श्रीराम का विवाह माता सीता के साथ हुआ था श्रीराम और मां सीता के दो पुत्र थे जिनका नाम लव और कुश है श्रीराम के जीवनकाल के ऊपर महर्षि वाल्मीकि ने संस्कृत में महाकाव्य रामायण भी लिखी हैं तुलसीदास जी ने भी श्रीराम के ऊपर महाकाव्य रामचरितमानस लिखी है श्रीराम एक आदर्श पुरुष है जिनकी पूजा भारत समेत विश्व के कई देशों में होती है
हम रामनवमी को चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाते हैं रामनवमी को हम बड़ी धूमधाम से मनाते हैं यह हिन्दुओं का एक बहुत बड़ा त्योहार है
(रामनवमी किओ मनाई जाती है)
1. रामनवमी को हम श्रीराम के जन्म दिवस के रूप में मनाते हैं
2. इस दिन विष्णु भगवान श्रीराम का अवतार लेकर पृथ्वी पर अवतरित हुए थे
3. रामनवमी के दिन श्रीराम ने राजा दशरथ और देवी कौशल्या के घर में जन्म लिया था
4.रामनवमी का व्रत करने से घर में सुख-शांति आती है
(रामनवमी कब आती है)
हिंदू कलैंडर के अनुसार हम रामनवमी को चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाते हैं रामनवमी को हम बड़ी धूमधाम से मनाते हैं
1.स्नान करने के बाद स्वच्छ कपड़े पहने
2. श्रीराम की मूर्ति की स्थापना करते हैं
3. रामनवमी के व्रत करने का संकल्प ले
4. इसके बाद जल, रोली और ऐपन चढ़ाया जाता है
5. मूर्ति पर फूल , फल और तुलसी का पत्ता अर्पित करें
6. इसके बाद दीपक जलाएं
7. इसके बाद एक मुठ्ठी चावल भी चढ़ाये जातें हैं
8. इसके बाद रामचालीसा पढ़ते हैं और राम स्त्रोतम का पाठ करते हैं
9. श्रीराम की आरती करके दान-पुण्य करते हैं
(रामनवमी व्रत में क्या खाना चाहिए)
1. रामनवमी के व्रत में हम कोई भी फल खा सकते हैं
2. व्रती इस दिन कुट्टी के आटे से बना खाना और सिंघाड़े के आटे से बना खाना खा सकते हैं
3. व्रती इस दिन जूस भी पी सकती है
(रामनवमी व्रत कब से स्टार्ट करना चाहिए)
रामनवमी का व्रत चैत्र मास की शुक्ल पक्ष को रखना चाहिए क्योंकि इस दिन श्रीराम का जन्म हुआ था श्रीराम को भगवान विष्णु का अवतार भी माना गया है
(रामनवमी के दिन क्या नहीं करना चाहिए)
1. रामनवमी के दिन प्याज और लहसुन नहीं खाना चाहिए
2. इस दिन मांस और मदिरा का भी सेवन नहीं करना चाहिए
(रामनवमी व्रत कैसे करे)
1. सुबह सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करें
2. इसके बाद श्रीराम की मूर्ति की स्थापना करें
3. श्रीराम की मूर्ति पर फल, फूल अर्पित करें
4. श्रीराम की मूर्ति के सामने घी का दीपक जलाएं
5. श्रीराम की कथा पढ़ें और आरती करें
6. इसके बाद प्रसाद बांट दें
(रामनवमी व्रत की विधि pdf)
1. रामनवमी के दिन सुबह सूर्योदय से पहले उठकर स्नान कर लेना चाहिए
2. श्रीराम की मूर्ति की स्थापना करनी चाहिए
3. व्रती को इस दिन व्रत रखने का संकल्प लेना चाहिए
4. श्रीराम की मूर्ति के सामने दीपक जलाकर विधिवत पूजा अर्चना करनी चाहिए
5. इसके बाद प्रसाद बांट दें
(रामनवमी व्रत का उद्यापन कैसे करे)
रामनवमी के उघापन वाले दिन सुबह सूर्योदय से पहले उठकर स्नान आदि से निवृत्त होकर साफ वस्त्र पहने चाहिए इसके बाद श्रीराम, सीता और लक्ष्मण की मूर्ति के सामने घी का दीपक जलाकर फल, फूल, रोली, चढ़ाकर विधिवत पूजा अर्चना करनी चाहिए इसके बाद कथा पढ़के श्रीराम की आरती करें आरती करने के बाद खीर , हलवे और चने प्रसाद बनाकर कन्याओं को भोजन करवाया जाता है भोजन करवाने के बाद उन्हें दक्षिणा देकर विदा करें
(राम नवमी व्रत कथा प्रारंभिक समय)
रामनवमी के दिन व्रत रखने वाले व्यक्ति को विधिवत पूजा अर्चना करने के बाद कथा पढ़नी चाहिए व्रत का उद्यापन करने के समय भी कथा पढ़नी चाहिए